1. बाओदाई कौन था ?
उत्तर – बाओदाई अन्नाम का राजा था । 1945 ई० में वियतनाम गणराज्य बन जाने के कारण 25 अगस्त, 1945 ई० को वह राजसिंहासन छोड़ लंदन में बस गया। 1949 ई० में फ्रांस ने बाओदाई को सैनिक सहायता के साथ दक्षिण वियतनाम का शासक बना दिया। बाओदाई स्वयं की कमजोर स्थिति को समझता था। जेनेवा समझौते के बाद भी बाओदाई प्राय: फ्रांस में ही रहता था।
2. होआ – होआ आन्दोलन की चर्चा करें ।
उत्तर- जेनेवा समझौते के बाद दक्षिण वियतनाम में गृह कलह की स्थिति बन गई। इसमें एक धार्मिक वर्ग होआ – होआ द्वारा चलाये जा रहे आन्दोलन की मुख्य भूमिका थी । होआ – होआ आन्दोलन के काफी आक्रामक हो जाने पर न्यो- दिन्ह – दियम ने बड़ी क्रूरतापूर्वक इसे दबाया।
3. एकतरफा अनुबंध व्यवस्था क्या थी ?
उत्तर- वियतनाम के रबड़ के बगानों में ‘एकतरफा अनुबंध” व्यवस्था के अन्तर्गत काम करवाया जाता था । इस व्यवस्था में मजदूरों को एकरारनामा के अर्न्तगत जो बगान मालिक और मजदूरों के बीच होता था, काम करना पड़ता था । एकरारनामा में सारे अधिकार बगान मालिकों में निहित था, मजदूर बस मजदूर था । काम पूरा नहीं होने पर मजदूरों को दण्डित करने के साथ-साथ उन्हें जेल में डलवाने का भी अधिकार मालिकों के पास था । इस व्यवस्था के प्रचलन ने मजदूरों की स्थिति और भी दयनीय बना दी थी ।
4. हिन्द- चीन का अर्थ क्या है ?
उत्तर – हिन्द- चीन का तात्पर्य तत्कालीन 2.8 लाख वर्ग कि०मी० में फैले उस प्रायद्वीपीय क्षेत्र से है जिसमें आज के वियतनाम, लाओस और कम्बोडिया आते हैं । इसकी उत्तरी सीमा म्यानमार एवं चीन को छूती है । दक्षिण में चीन सागर है । इसके पश्चिम में भी म्यानमार का क्षेत्र पड़ता है।
5. हिन्दी – चीन में फ्रांसीसी प्रसार का वर्णन करें । 12 C, 19 A
उत्तर – 17वीं शताब्दी में अनेक फ्रांसीसी व्यापारी और कैथोलिक धर्मप्रचारक हिन्द-चीन पहुँचे । 18वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध से वे हिन्द-चीन की राजनीति में सक्रिय हो गए। 1787 में कोचीन चीन तथा 1862 में अत्राम के साथ फ्रांस ने संधि कर अपना प्रभाव बढ़ाया। 1863 में कंबोडिया फ्रांस का संरक्षित राज्य बन गया । 1867 में कोचीन चीन में फ्रांसीसी उपनिवेश की स्थापना हुई। 1884 में अनाम फ्रांस का संरक्षित राज्य बना तथा 1887 में फ्रांस ने फ्रेंच इंडो-चाइना की स्थापना की ।
6. हो ची मिन्ह मार्ग क्या है ? बताएँ । 23 A
उत्तर- हो ची मिन्ह मार्ग हनोई से चलकर लाओस कम्बोडिया के सीमा क्षेत्र से गुजरता हुआ दक्षिणी वियतनाम तक जाता था। इससे सैकड़ों कच्ची-पक्की सड़कें निकलकर पूरे वियतनाम से जुड़ी थीं। यह वियतनामियों की रसद सप्लाई मार्ग था । यह मार्ग काफी मजबूत था । अमेरिका सैकड़ों बार इस पर बमबारी कर चुका था, परन्तु वियतकांग एवं उनके समर्थित लोग तुरंत उसकी मरम्मत कर लेते थे। चूँकि हो ची मिन्ह मार्ग वियतकांग की जीवन-रेखा थी, अतः अमेरिका इस पर नियंत्रण करना चाहता था। इसी क्रम में उसने लाओस एवं कम्बोडिया पर आक्रमण भी किया किन्तु तीन तरफा संघर्ष में फँसकर उसे वापस होना पड़ा था ।
7. अमेरिका हिन्द-चीन में कैसे दाखिल हुआ, चर्चा करें । 18 A
उत्तर – अमेरिका दक्षिणी वियतनाम और हिन्द- चीन में बढ़ते साम्यवादी प्रभाव को रोकना चाहता था । वह पहले से ही वहाँ आर्थिक और सैनिक सहायता दे रहा था। राष्ट्रपति कैनेडी के शासनकाल में 1962 में अमेरिका ने दक्षिणी वियतनाम में सेना भेजकर प्रत्यक्ष रूप से युद्ध में भाग लिया।
8. रासायनिक हथियारों नापाय एवं एजेन्ट ऑरेंज का वर्णन करें । 15 A, 19 C
उत्तर – ये घातक रासायनिक हथियार थे जिनका उपयोग अमेरिका ने वियतनामी युद्ध में किया। नापाम में गैसोलिन मिला था जो ज्वलनशील होने के उसे कारण त्वचा से चिपककर जलता रहता था । एजेंट ऑरेंज खतरनाक जहर था । जिन ड्रमों में रखा जाता था उनपर नारंगी ( ऑरेंज) रंग की पट्टियाँ बनी होती थीं । इनके प्रयोग से धन-जन की भारी हानि हुई ।
अथवा,
एजेन्ट ऑरेंज एक ऐसा जहर है । जिससे पेड़ों की पत्तियाँ तुरत झुलस जाती हैं एवं पेड़ मर जाते हैं । जंगलों को खत्म करने में इसका प्रयोग किया जाता है। इसका यह नाम ऑरेंज पट्टी बने ड्रामों में रखे जाने के कारण पड़ा । वियतनाम युद्ध में अमेरिका ने इसका इस्तेमाल जंगलों के साथ-साथ खेतों तथा आबादी पर भी जमकर किया । उस क्षेत्र में इसका असर जन्मजात विकलांगता तथा कैंसर के रूप में आज भी देखा जा सकता है ।
9. हो ची मिन्ह के संबंध में संक्षिप्त जानकारी दें । 11A
उत्तर – हो-ची-मिन्ह आधुनिक वियतनाम के जनक थे । हो ची मिन्ह का दूसरा नाम न्यूयेन – आई – क्वोक था । हिन्द- चीन में राष्ट्रीयता के विकास के क्रम में ही 1917 ई० में उसने पेरिस में साम्यवादियों का दल बनाया। 1925 ई. में इन्होंने वियतनाम क्रांतिकारी दल का गठन किया । 1930 ई. में इन्होंने वियतनामी कम्युनिष्ट पार्टी की स्थापना की। 2 सितम्बर, 1945 ई० को वियतनाम के स्वतंत्र होने के बाद हो ची मिन्ह इस लोकतंत्रीय सरकार के प्रधान बने और अंतत: 1 सितम्बर, 1969 ई० में इनकी मृत्यु हो गई ।
10. जेनेवा समझौता कुछ और किनके बीच हुआ ? BM
उत्तर – जेनेवा समझौता मई 1954 में साम्यवादियों और अमेरिका के बीच हुआ। इस समझौते के द्वारा पूरे वियतनाम को दो भागों में बाँट दिया गया । एक पर पूँजीवादियों का प्रभुत्व रहा और दूसरे पर साम्यवादियों का । उत्तरी वियतनाम में हो ची मिन्ह की सरकार बनी और दक्षिणी वियतनाम में माओदायी की ।
11. जेनेवा समझौता (1954) का हिंदचीन के इतिहास में क्या महत्त्व है ?
उत्तर : जेनेवा समझौता द्वारा (i) लाओस और कंबोडिया स्वतंत्र कर दिए गए ।
(ii) वियतनाम का विभाजन अस्थायी रूप से उत्तरी वियतनाम और दक्षिणी वियतनाम में कर दिया गया ।
(iii) 1956 में वियतनाम में आम चुनाव करवाने की । व्यवस्था की गई । जेनेवा समझौता ने पूरे हिंदचीन में राजनीतिक अशांति ला दी ।
12. ‘हो ची मिन्ह भूलभुलैया मार्ग’ से आप क्या समझते हैं ? अमेरिकी- वियतनामी युद्ध में इसकी क्या भूमिका थी ?
उत्तर : यह मार्ग उत्तरी वियतनाम से दक्षिणी वियतनाम की सीमा तक जाता था। इस मार्ग का नामकरण हो ची मिन्ह के नाम पर किया गया था। अमेरिकी युद्ध में उत्तरी से दक्षिणी वियतनाम को रसद और सैनिक सहायता इसी मार्ग द्वारा पहुँचाई जाती थी । अमेरिकी – वियतनामी
युद्ध और एकीकृत वियतनाम के निर्माण में इस मार्ग की प्रमुख भूमिका थी ।
13. हिन्द- चीन पर द्वितीय विश्वयुद्ध का क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर : 1939 में द्वितीय विश्वयुद्ध प्रारंभ हुआ। जापानियों ने 1940 में तोकिन पर अधिकार कर लिया और अगले वर्ष सारे हिन्द- चीन पर उसका कब्जा हो गया । इस समय हिन्द-चीन में फ्रांस का राजनीतिक प्रभुत्व विद्यमान था । द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अनेक वर्षों तक जापानियों ने हिन्द-चीन में ऊपरी तौर पर फ्रांसीसी प्रशासन का दिखावा बनाए रखा, इसके फलस्वरूप, वियतनाम के राष्ट्रवाद को गुप्त क्रांतिकारी शक्ति के रूप में जापानी आक्रमणकारी और फ्रांसीसी प्रशासन दोनों के विरुद्ध कार्यवाही का अवसर मिल गया ।
14. माई – ली गाँव की घटना क्या है ? इसका क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर : 1968 ई. के युद्ध में अमेरिका बुरी तरह पराजित हुआ। अपनी पराजय के बौखलाहट में अमेरिका ने माई ली नामक ग्राम पर आक्रमण कर दिया । इंसानियत की परवाह किए बगैर अमेरिकी सेना ने यहाँ मौत का नंगा नाच किया । सम्पूर्ण गाँव के पुरुषों को घेर कर उसे मौत का घाट उतार दिया गया। वे यही नहीं रुके गाँव की स्त्रियाँ तथा छोटी बच्चियों के साथ सामूहिक बलात्कार कर उन्हें भी मार दिया गया। अमेरिकी सेना के इस कुकृत्य की सर्वत्र भर्त्सना हुई और उन्हें विश्व की तीखी प्रतिक्रिया झेलनी पड़ी । विश्व इतिहास में इसे माई-ली हत्याकांड के नाम से जाना जाता है ।
15. ‘स्कॉलर्स रिवोल्ट’ पर एक टिप्पणी लिखें ।
उत्तर : 1868 में वियतनाम में ईसाई धर्म के बढ़ते प्रभाव और फ्रांसीसी आधिपत्य के विरुद्ध एक सशक्त आंदोलन हुआ । इस आंदोलन को राजदरबार के अधिकारियों ने चलाया । विद्रोहियों ने हजारों ईसाइयों को मार डाला। यद्यपि यह विद्रोह क्रूरतापूर्वक दबा दिया गया, परंतु इससे राष्ट्रवादी भावना का विकास हुआ ।
16. अमेरिका ने हिन्द- चीन में कैसे प्रवेश किया ?
उत्तर : अमेरिका दक्षिणी वियतनाम और हिन्द- चीन में बढ़ते साम्यवादी प्रभाव को रोकना चाहता था । वह पहले से ही वहाँ आर्थिक और सैनिक सहायता दे रहा था। राष्ट्रपति कैनेडी के शासनकाल में 1962 में अमेरिका ने दक्षिणी वियतनाम में सेना भेजकर प्रत्यक्ष रूप से युद्ध में भाग लिया।
हो ची मिन्ह का संक्षिप्त परिचय दें |
17. रेशम मार्ग से आप क्या समझते हैं ? [2020 (A) (S.S.)]
उत्तर : रेशम मार्ग से हम यह समझते है कि प्राचीन काल में गुप्त काल में हुणों के समय से ही भारत का चीन के साथ विदेशी व्यापार यानि रेशम का व्यापार होता था इसलिए रेशम व्यापार के ही कारण इसे रेशम मार्ग के नाम से जानते हैं ।
Hello sir